तुम, मेरी याद में छुपकर जब भी रोने लगो आईना देख कर मुझसे मिलना तुम तेरा चेहरा ही मेरा चेहरा है तुम जो रोओगी तो रोयेंगे हम भी आईने में तुमको नज़र आएंगे हम, देखकर आईना मेरे लिए मुस्कुराना तुम, जब लगे, मैंने तुमको छुआ है खुद से ही छूकर खुदको प्यार कर लेना कोई कोमल सी छुअन महसूस करूँगा मैं भी मुझको ही जानकर अपनी बाँहों में सिमटना तुम आईना देखकर मुझसे मिलना तुम तुम, मेरी याद में छुपकर जब भी रोने लगो.... #याद - तुम अजनबी ही रहती