White "शब्द भी एक तरह का 'भोजन' है" किस समय कौन सा 'शब्द' परोसना है, वो आ जाये तो दुनियां में उससे बढ़िया रसोइया कोई नहीं है। 'शब्द' का भी अपना एक 'स्वाद' है, बोलने से पहले स्वयं 'चख' लीजिये अगर खुद को 'अच्छा' नहीं लगे तो, दूसरों को कैसे 'अच्छा' लगेगा। ©TeacherShailesh प्रेरणादायक विचार by TeacherShailesh #teachershailesh