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प्रेम की सार्थकता तब है, जब वह बिना किसी दिखावे

प्रेम की सार्थकता तब है, 
 जब वह बिना किसी दिखावे के  आभास हो..
संबंधों की सार्थकता तब है, 
जहाँ आत्मीयता और विश्वास हो..
जीवन की सार्थकता तब है,
जब मन कर्म वचन से सहज होने का प्रयास हों..

©Chanchal's poetry
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#humanity