जनम जनम का साथ, किस बात की मै बात करू, जिस बात से अनजान थे। रिश्ते तो साथ जनम जनम निभाने के थे पर हालत कुछ और थे। चाहत का सफर कुछ ऐसा था कुछ पल मिले ही थे फिर हर बार की तरह हर रिश्ते टूट कर बिखर गए। सोच रिश्ता जनम जनम का निभाने का