ये जात नहीं देखता, ये धर्म नहीं देखता क्या हश्र होगा इसका ये पल भर भी नहीं सोचता सरहद के इस पार हो, या सरहद के उस पार कितनी भी हो दूरी ये दिल मज़बूरी नहीं देखता। ©Mineshchauhan #love has no boundaries #womensday2021