खोल के ताला दिल का, मेहमान अंदर बुला लो, करके इश्क़ उससे, सूखी पलकों को रुला लो, न करना गुज़ारिश, वापस में इश्क़ पाने की, यही वो खेल है, जिसमें मात होती है ज़माने की,, खोल के ताला दिल का, मेहमान अंदर बुला लो, लबों पर सजी अपनी खुशियों को सुला लो,, OPEN FOR COLLAB 🌷♥️ कविता लिखें. ✍️अपने पोस्ट highlight-share करना ना भूले. शुभदिन मित्रों 😊 #ताला #hindiquotes #hindi #हिंदी #collab #hindicollab #yqdidi #YourQuoteAndMine Collaborating with शब्दसारथी