किसी को परखा मत करो यूँ बार-बार, इन्ही परखने की आदतों से कोई अपना नहीं रहता, जिद है तो पूरी जरूर करो सपनों की, पर यूँ आंखों को मूंदकर सपने सच नहीं हुआ करते। रायदां करना ही है तो बुरे वक्त का करो, तन्हाई को तजुर्बा बनाकर कोई जीता नहीं करता। अकेले चलने का शौख है तो चलो बेशक, पर बासी रास्तों पर चलने से कभी शौख पूरे नही हुआ करते हैं। हिम्मतों के शहर में मिल जाएंगे लोग तमाम, पर मंजिलें को बिरले ही किया करते हैं। 💞 uvsays #परखना #अपना #रास्ता #तमन्ना #uvsays