कैसी ये इक मुलाकात कर गए बेजुबान से दिल वाले से , दिल की बात कर गए फीकी सी ज़िन्दगी थी हमारी जिसके दो लम्हें ख़ास कर गए ये तो ना थी फितरत हमारी ना जाने क्यूं ज़सबातों को, हम नज़र अंदाज़ कर गए कैसी ये इक मुलाकात कर गए बेजुबान से दिल वाले से , दिल की बात कर गए ☝😓#ऋतु #zinadgi ke do lamhe khas kar gye ☝😓