।। मैं खुद चला जाऊंगा तेरी दुनिया से।। मैं खुद चला जाऊंगा तेरी दुनिया से , थोड़ा मुझे और बदनाम तो होने दो। अभी कहीं कुछ कमी बाकी सी है, तुम्हे टुटके चाहने में, फिर ना लौटूंगा कभी तेरे बुलाने पे भी, याद आऊ ना कभी तुम्हे, वो दुआ तो कर लेने दो। अधूरा बिखरा था, अभी पूरा बिखर तो जाने दो। कुछ बची थी सासें उन्हें समेट तो लेने दो। तुम रूठे थे सायद, आखरी बार मना तो लेने दो। पता है घुटन होती है तुम्हे अब मेरे साए से भी, अपनी यादों के पन्ने को जला तो लेने दो। मुझे होती थी बस तुम्हारी ही जरूरतें, उन हर ख्वाहिशों, ज़रूरतो को मिटा लेने तो दो। ढूंढ सकूं जीने की कोई और वजह कोई और तुमसा मुझे समझने वाला मिलने तो दो। रोनें - हंसने- हंसाने, रूठने - मनाने ,लड़ने - झगड़ने, सब कुछ सहने वाला ढूंढ तो लेने दो। पा सकूं मुझ जैसा टूटकर चाहने वाला कोई, उसकी मोहब्बत बस मेरी है,पहचान तो लेने दो । आंखें बंद हो तो बस उसका ही चेहरा सामने हो, बिन बोले सब कुछ समझ ले, वो खुदा तो मिलने दो । जिससे दिल की बाते कहना कभी खत्म ही ना हो, जिसके ख़यालो में दिल हर पल डूबा रहे, मै सिर्फ चाहूं उसे; वो सिर्फ चाहे मुझे, मेरी सांसे चले उसी के लिए, ऐसा दिलबर मिलने तो दो। जिसके लिए पागल फिरता रहूं,मुझे उसका दीवाना होने तो दो , दिल के हर दर्द ले सके, वो हमदर्द तो मिलने दो। आंखों के आसुओं का समन्दर सूखने तो दो, दिल के इन बिखरे टुकड़ों को उठा तो लेने दो। मेरी दुआओं के असर को बेअसर तो होने दो, लड़खड़ाते इन कदमों को सम्हाल तो लेने दो।। Brijesh K Singh मैं खुद चला जाऊंगा तेरी दुनिया से।।