उसकी मासूमियत में हम खो गए। देख उसकी सादगी पर हम फ़िदा हो गए। दिल मेरा उसके मोहब्बत में पागल हो गया। लगा वर्षों की मेरी दुआ खुदा ने कबूल कर लिया। चंद मुलाकातों में उसके मीठी बातों में खो गया। ना जाने कैसा जादू था खींचा चला आया। उसकी मासूमियत उसकी खूबसूरती। दिल की धड़कनों में बजा दी प्यार की घंटी। ख़ुद को हम खुदनसीब समझने लगे। एक दूजे के प्यार में बंदगी करने लगे। ♥️ Challenge-958 #collabwithकोराकाग़ज़ ♥️ इस पोस्ट को हाईलाइट करना न भूलें! 😊 ♥️ दो विजेता होंगे और दोनों विजेताओं की रचनाओं को रोज़ बुके (Rose Bouquet) उपहार स्वरूप दिया जाएगा। ♥️ रचना लिखने के बाद इस पोस्ट पर Done काॅमेंट करें।