इन पन्नो कि तरह अब ना मुझे दूर रहना है, और नाही किताब से पृथक होकर मिलना.. अब तो मेरे शब्दों को अपने पास ही संजो लो अगर में पेज हूँ Index का, तो तू Book सारांश है, और ग़र लिखे हो मुझ पर कुछ रोमांचित शब्द तो तू उसके अर्थ का शब्दांश है। जहाँ मुझे पढ़ने के बाद तुझे ही पढ़ा जाएगा। हो गये ना पास........... _____________________________________हम दोनों एक ही कहानी का किस्सा है पर#yqbaba#yqdidi#besthindiquotes#guru_raag #raginiguptaquotes #guruwanshu #YourQuoteAndMine Collaborating with RAGINI GUPTA