इस फ़रेबी ज़माने से मेरा ठिकाना अब बेगाना हो गया इसका हर फ़साना मेरा जाना पहचाना हो गया है कर लिया हमने किनारे खुदको जबसे ज़माना खुदगर्ज़ी का दीवाना हो गया है ©"Bittu"@Dil shayarana "Bittu"@Dil shayarana