ये प्यारी सी जींदगी इतना गुरूर क्यु ना कर घमंड..... चिडीया का घोसला टिके तुझसे और दिन...... चलती तु सारी उपर वाले की मर्जी से..... कहा भागे अकेली कमाने..... दुर बहोत तेरा गाव अलग सी पहली कहा सुलझाय.... टकरे तुझसे तुझसे बहोत खंडर बडे़ बडे... ठुकराया दिये बहोत सारे... ऐसा ना दिन आये पत्थर पे भी गिर पडे..... ठिक हुं जींदगी तुझे कोई एतराज तो नहीं अलग मै तु कभी भोली..... अलग प्यादा मे खेल का तु राणी तेरे पिछे ही भागे.... पैसे तो बिखारी भी कमाये तु ऐसी क्यु उसके लिए.... ना चाहिये उनको तु उनको ही चिपके..... मोति भी रख दे तेरे साथ तुझेही चुनेंगे .... बस प्यार की तु मोहताज..... कितनी और जी लु तुझे एक दिन तुही ना रहे.... किसी का प्यारा बना देती तु खुद भागे..... बस पहचान रहने दे .... ना बोज बन कीसी का ना कोई गालियां बक दे.... जीने की चाह मे मुझे खतम ना करदे..... और जीने दे मुझे ये जींदगी.... बस प्यार की जगह दे.... सुप्रभात। एक सुंदर #collab Rest Zone की ओर से। #पत्रज़िन्दगीको #YourQuoteAndMine Collaborating with YourQuote Didi #collabchallenge #yqdidi #yqhindi #zindgi