ऐ दोस्त बता दे तू हमे हाले दिल ज़रा छुपते नहीं छुपाये है गालों पे तिल ज़रा फिरता है दर बदर तू यहा किसकी आस मे अश्कों को अपने छेड़ ना ज़ख्मो को सिल ज़रा फुर्सत तलाश कर तू कभी इस जहां मे थोड़े से वक़्त के लिए हमसे भी मिल ज़रा नाराज़गी मिटा दे तू हसना हसाना कर जैसे गुलाब खिलता है कलियों सा खिल ज़रा कितनी उदासी छाई है तेरे ये शहर मे छोड़ो ये जगह और लोग कोनो से हिल ज़रा सुप्रभात। आप सभी को दोस्ती का दिन मुबारक हो। दोस्ती वो रौशनी है जिससे ज़िन्दगी रौशन है। #yqsayyed #ऐदोस्त #collab #yqdidi #YourQuoteAndMine Collaborating with YourQuote Didi