आज बहुत परेशान हूं मैं, गैरों से ही नहीं अपनों से भी अंजान हूं मैं, हर कोइ मुखौटे पहन कर बैंठे हैं आज यहां, सच और झुठ के खेल में भ्रमित एक इंसान हूं मैं Arun Raina #nojotoshayari#nojotohindi#nojoto#poetrybyvinayvinayak