बाजार में हर एक चीज महंगा हो गया। मेरे गली का नाला अब दरिया हो गया। छुपाते रहे सभी अपना चेहरा इस कदर, नकाब ही अब सब का चेहरा हो गया। जख्म कुरेदने की आदत न गई तुम्हारी। हल्का सा घाव था जो अब गहरा हो गया ©Zia Hasan #Tulips akash shrivastav Ashish Thakur Akela'