Nojoto: Largest Storytelling Platform

जन- जन के जीवन का अमर स्वरूप भी भारती की कीर्ति का

जन- जन के जीवन का अमर स्वरूप भी
भारती की कीर्ति का गान भी है हिंदी
दिनकर की कविता है मीरा की अमर प्रीति
हिन्द के शीश का स्वाभिमान भी है हिंदी
पौरुष है भूषण का पंत का प्रकृति प्रेम
शारदे! की वीणा का वरदान भी है हिंदी

©Kavi Verma Ji
  #hindidivas