सुबह का वक़्त था, बारिश का आलम था, चाय का कप हाथ में लिए, यादों का माहौल गरम था, भीगी पलकों से तेरा ज़िक्र, किया उसने, कसम से, उनके लबों पे मोहब्बत का आग़ाज़ आज भी था। 🌝प्रतियोगिता-42 🌝 ✨✨आज की रचना के लिए हमारा शब्द है ⤵️ 🌷" मेरे ख़्याल"🌹 🌟 विषय के शब्द रचना में होना अनिवार्य नहीं है I कृप्या केवल मर्यादित शब्दों का प्रयोग कर अपनी रचना को उत्कृष्ट बनाएं I