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रिश्ते कमजोर होने लग जाते हैं जब हममें अहम का भाव

रिश्ते कमजोर होने लग जाते हैं
 जब हममें अहम का भाव आ जाता है
छोटी छोटी बात को हम दिल से लगा लेते हैं
अपनों को माफ नहीं कर पाते
और अपनी ग़लती के लिए भी
 माफी मांगने से हिचकिचाते हैं।
जब रिश्तों से ज्यादा 
अपने स्वार्थ,अपनी खुशी को महत्व देते हैं
उनकी भावनाओं की कद्र नहीं करते
जरूरत के वक्त उनके साथ नहीं होते
उनके सुख-दुख में सरीक नहीं होते।
बड़ों का सम्मान, छोटों से प्यार नहीं करते।

©Nilam Agarwalla #रिश्तों_की_अहमियत
रिश्ते कमजोर होने लग जाते हैं
 जब हममें अहम का भाव आ जाता है
छोटी छोटी बात को हम दिल से लगा लेते हैं
अपनों को माफ नहीं कर पाते
और अपनी ग़लती के लिए भी
 माफी मांगने से हिचकिचाते हैं।
जब रिश्तों से ज्यादा 
अपने स्वार्थ,अपनी खुशी को महत्व देते हैं
उनकी भावनाओं की कद्र नहीं करते
जरूरत के वक्त उनके साथ नहीं होते
उनके सुख-दुख में सरीक नहीं होते।
बड़ों का सम्मान, छोटों से प्यार नहीं करते।

©Nilam Agarwalla #रिश्तों_की_अहमियत