यह काली राते डरावनी लगती है, सुनसान जगह डरावनी होती है। बिन दिल यह तन मुर्दा होता है, तुम बिन यह ज़िंदगी अधूरी है।। 🌹कवि🌹 सत्यनारायण मेघवंशी (Adv.) 📱9166103023 ©SVPM Music Yah Kali Rate Darawani Lagati Hai