Nojoto: Largest Storytelling Platform

कितनी ही बातेँ लबों पर आकर रुक जाती है तुम होते हो

कितनी ही बातेँ लबों पर आकर रुक जाती है
तुम होते हो सामने और निगाहें झुक जाती है
सोचकर बस सोचते रह जाते हैं हम निराला
तुम्हारे जाने के बाद दिल में हूक उठ जाती है
21 June 2023

©Sanjay Ni_ra_la
  #कितनी बातेँ लबों पर आकर रुक जाती है

#कितनी बातेँ लबों पर आकर रुक जाती है #लव

1,209 Views