Nojoto: Largest Storytelling Platform

दिल की गलियों में " दिल की गलियों में आज, एक अजन

दिल की गलियों में "

दिल की गलियों में आज,
 एक अजनबी मेहमान बन के आया है।

लगता है खोया था जिसके 
ख़्वाब में, आकर उसी ने नींद से जगाया है।

हैरान हूं मैं दर पे उसको देखकर,
ऐ किस जनम के पुण्य का फल पाया है।

किसी तरह गुजर रहे थे ज़िन्दगी के दिन,
मुफलिसी के दौर में तकदीर बन के आया है।

©Anuj Ray
  दिल की गली में,"
anujray7003

Anuj Ray

Bronze Star
New Creator
streak icon77

दिल की गली में," #कविता

333 Views