मुझे बताना तो था पर कैसे बताता दिल इसकी इजाज़त भला कैसे दे पाता थोडा़ हक जताना तो था पर कैसे जताता जिसे देखे बिना मैं एक दिन न रह पाता रोज़ वो जो सपने में आकर है सताता यही वजहें थीं जिससे मैं थोडा़ सा मुस्कुराता कुछ भी कहो तुम, बस यही सोच कर डर जाता कि बिछड़ना तो है हमारे नसीब में पर, काश! वो कहीं न जाता और बस मेरा हो जाता! #pursuitofhappiness #puresoul