New Year 2024-25 मै जिंदगी के उस दौर से गुजरा हूं जहां से कोई लौट कर नहीं आता दर्द इतने दिए है जमाने ने मुझे बाद जिनके कोई नहीं मुस्कुराता अब जी रहा हूं मैं अपनो के लिए हर दर्द भुला कर अश्कों को पिए इन अश्कों का अपना ही मजा है ये ही तो जिंदगी का फलसफा है हर शख़्स यहां खुद से खफा है खफा है तभी तो सब से जुदा है जो मुझ से जुदा है जुदा ही रहे बन गया है वो खुदा, खुदा ही रहे ये खुद के खुदा मुझे नहीं चाहिए इंसा हो कोई तो हम से मिलाइए Dr Pramod Dhiman om 11 production ©rashi khushi om Vishwkarma #Drpramoddhiman