नफरत की आग हसीन पल होता था मुस्कुराते हम भी थे रातो को चैन से सोते और सपने सजाते हम भी थे पता नही किस तरह नफरतो की आग लगी हमारे दरमियान हम बिछड़ गए वरना किसी को जिंदगी बताते हम भी थे #नफरतो की #आग