ये शहर भी अपना है और यहां के लोग भी अपनें है ना जाने कितने लोगों के यहां हर रोज पूरे होते सपने है । लेकिन कुछ है जों सब कुछ खों जाते है इस अपने शहर से ही अलविदा हो जातें है ।। - विनीत तोमर ये शहर #morning_motivaton #City