यैसा लगता है, जैसे बहोत सारी चीजे भूलने लगा हूँ मै जैसे अभी कुछ दिनो पहले क्या लिखा, कुछ याद नही जैसे मिलो चले रास्ते पर कौन मिला, कौन छुटा कुछ याद नही। जैसे सामने एक जाल मे से झांकते उस मन को पार ला पाया या नही कुछ याद नही। wr.sandeep_patel ©Writer Surya कुछ लिखना है #Thinking