बिखर जाने में बस ये खयाल रहे हंसी चेहरे पर हाथों में गुलाल रहे मिट जाना 'वत्स' जमीन की गोद में ना कोई जवाब हो ना कोई सवाल रहे #वत्स #vatsa #dsvatsa #vatsapoet #हिंदीशायरी