मोहब्बत की इम्तहां और गहराई की बात मत करो यार, साला दिल को समज तो ना सके लेकिन समजाना आ गया।। रूठना,मनाना, हसना, रोना इन सब मे किसी और कि मौजूदगी की ज़रूरत कहाँ, हमे तो हममें ही कोई और नज़र आ गया। love beyond love.... yaar har chiz samajna zaroori nahi...bs mehsoos karna aur use bayaan karna zaroori hai...