बालिका वधु बनु दहेज की भी आग जलु फिर भी द्रोपदी सा मुझे सभा मे लजाएँगे माँ में ना आऊँ दुनिया मे न्याय नही मिलता है ना तेरे कृष्णा भी मुझको बचाने आएंगे में ढाल बन तेरी रक्षा करूँगी दुनिया से तेरे अपनो से तुझे कैसे में बचाऊंगी द्रौपदी सी लाज दहेज की भी आग छोड़ो ये दानव तुझे भ्रूण में ही मार जाएंगे आयुषी भंडारी save girl child