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भद्राचलम... रामादासू के मेहनत का निर्माण गोदावरी

भद्राचलम...
रामादासू के मेहनत का निर्माण 
गोदावरी नदी के सुकून के एहसास
सीता माँ के लिए रामादासू बनाया हुआ
चिन्ताकू पथकम...
शबरी  से पावन हुआ ये पावन मंदिर
भद्राचलम... #goodwalimorning
#lalithasai
#myworld
गोदावरी के किनारे बसा है भद्राचलम
गोदावरी नदी के किनारे बसे भद्राचलम शहर के श्री सीता रामचंद्र स्वामी मंदिर में आमतौर पर हर दिन करीब 5 हजार श्रद्धालु पहुंचते हैं। ऐसी मान्यता है कि अपने भक्त भद्र को आशीर्वाद देने के लिए खुद भगवान राम स्वर्ग से उतरकर नीचे आए थे। भगवान राम ने भद्र को आश्वासन दिया था कि वे इसी जगह पर अपने श्रद्धालुओं के बीच मौजूद रहेंगे। तभी से इस जगह का नाम भद्राचलम पड़ गया।

अगर कोई पूछे मेरी last wish क्या है
मैं कहूँगी... उन्हें मुझे भद्राचलम देखना है
भद्राचलम...
रामादासू के मेहनत का निर्माण 
गोदावरी नदी के सुकून के एहसास
सीता माँ के लिए रामादासू बनाया हुआ
चिन्ताकू पथकम...
शबरी  से पावन हुआ ये पावन मंदिर
भद्राचलम... #goodwalimorning
#lalithasai
#myworld
गोदावरी के किनारे बसा है भद्राचलम
गोदावरी नदी के किनारे बसे भद्राचलम शहर के श्री सीता रामचंद्र स्वामी मंदिर में आमतौर पर हर दिन करीब 5 हजार श्रद्धालु पहुंचते हैं। ऐसी मान्यता है कि अपने भक्त भद्र को आशीर्वाद देने के लिए खुद भगवान राम स्वर्ग से उतरकर नीचे आए थे। भगवान राम ने भद्र को आश्वासन दिया था कि वे इसी जगह पर अपने श्रद्धालुओं के बीच मौजूद रहेंगे। तभी से इस जगह का नाम भद्राचलम पड़ गया।

अगर कोई पूछे मेरी last wish क्या है
मैं कहूँगी... उन्हें मुझे भद्राचलम देखना है
kulkarnik1101

lalitha sai

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