हे प्रिये तुम्हारी आंखों से जब झरते मोती रह-रहकर तुम कहो प्रिये कैसे जीऊँ इस विरह व्यथा को सह-सहकर #KumarAshok✒️ 🍂 #मृगनयनी 🍁 #waiting #मृगनयनी #kumarashok #hindipoet #heart💔 #love