अकर्मण्यता के ही घर सारी विपदा आती है, अथक साधना इस जीवन में रंग नया लाती है , हंसकर कर्म करो मत सोचो क्या होता है आगे , मिहनत से इस दुनियां की तकदीर बदल जाती है ! अशांत (इंदौर )