सुनो, मेरी उदासी तुम्हारी इतनी औकात नहीं की अब तुम मुझे तोड़ सको गमों से मेरा जन्मों जन्म का रिश्ता जोड़ सको उजाला तो खुद मेरे अंदर है तुम्हारी हैसियत नहीं की मुझे अंधेरे की ओर मोड़ सको तुम में इतनी ताकत भी नहीं की मेरी अच्छाई मुझसे निचोड़ सको। #udasi #बिल्कुल नहीं