क्यों सुनते नहीं तेरे शहर के लोग? क्या बहरे हो गए हैं इधर के लोग? खुद अपना दामन बचा के चलना ज़रा वहशी हैं ये, हैं बहुत बुरी नज़र के लोग... ©Modassir Ahmad क्यों सुनते नहीं तेरे शहर के लोग? क्या बहरे हो गए हैं इधर के लोग? खुद अपना दामन बचा के चलना ज़रा वहशी हैं ये, हैं बहुत बुरी नज़र के लोग... Modassir Ahmad