दिल के मकां में कोई बसर ही नही करता। बिन तुम्हारे ये दिल मेरा इश्क ही नही करता। यूं तो रहता हूं महफिल में हजारों की मैं, पर किसी से मिलने को जी नही करता। जानने को अक्सर हाल-ए-दिल तुम्हारा, करता हूं कोशिशें, मैं क्या-क्या यत्न नही करता। जो जगह है तुम्हारी दिल में मेरे, हमेशा रहेगी, इस तरह कोई अपना घर खाली भी नही करता। ©Nick's_Thoughts #Love #ishq #Life #sad_feeling #Missing #Hindi #Shayari