हम बहते समंदर के किनारे बैठें हैं किसी बिखरे मंजर के सहारे बैठें हैं ठहर जाओ ऐ अफताब थोड़ा अभी हम सब कुछ अपनी जिंदगी का हारे बैठें हैं पास आकर जब लोगों ने देखा हमकों सब समझ गए कि हम कितने बेचारे बैठें हैं खुशियाँ भी हमसे अब टकराती नही हैं वो जानती हैं हम किस गम के मारे बैठें हैं लड़ेंगे तुमसे फिर कभी ऐ मुसीबतों आज थोड़ा फुर्सत में हम हमारे बैठें हैं @anjali kashyap #nojoto #poem#pain#hindi #shayari#comedy#music