खुद से पहचान अपने आप को जब आईने में देखा मुझे मेरे अंदर एक नया इंसान नज़र आया जिसेे ढूंढने में निकला था वह आज मुझ में नज़र आया तन्हाइयों में खूबसूरती मुझे पिरोना आता है हर दर्द में भी मुझे ख़ुश होना आता है अपने टूटे हुए दिल को मुझे फिर जोड़ना होता है जो अंधेरी गलियों में खो गया हो उसे उजाला देना आता है यह मैं हूं जो आईने ने मुझे बताया मेरे अंदर की हर भावना को मुझे समझाया मैं आंधियों में भी डटा हूं कुछ भी हो जाए जिंदगी में मुस्कुराहट से भरा हूं अपने आपको मैं पहचान गया हूं जिंदगी जीने का अंदाज ख़ूबसूरती से मुझे आ गया है सबके गम समेट कर खुशी बांटता हूं अपनी लेखनी से हर किसी को अपना बना लेता हूं कलम ही मेरी पहचान बन गया है खुद अस्तित्व कलम में सिमट गया है। ©_muskurahat_ #gif खुद से पहचान अपने आप को जब आईने में देखा मुझे मेरे अंदर एक नया इंसान नज़र आया जिसेे ढूंढने में निकला था वह आज मुझ में नज़र आया तन्हाइयों में खूबसूरती मुझे पिरोना आता है हर दर्द में भी मुझे ख़ुश होना आता है अपने टूटे हुए दिल को मुझे फिर जोड़ना होता है