जहां भी देखा गम का साया तू ही तू मुझको याद आया ख्वाबों की कलियां जब टूटी ये गुलशन लगने लगा पराया दरिया जब-जब दिल से निकला एक समंदर आंखों में समाया मेरे दामन में कुछ तो देते यूं तो कुछ नहीं मांगा खुदाया ✍dee🅿🚶 khudaaya....