दुनिया तो दुनिया है आख़िर कोई मुकम्मल फलसफा नहीं हर वक्त सबक यह देती है पर वक्त कभी भी रुका नहीं ।। मिले कामयाबी हर बार तुम्हें ऐसा तो कभी भी हुआ नहीं गिर कर सम्हलने वाला ही किसी के आगे झुका नहीं ।। दुनिया तो दुनिया है आख़िर कोई मुकम्मल फलसफा नहीं ... -©अभिषेक अस्थाना(स्वास्तिक) दुनिया तो दुनिया है आख़िर... दुनिया तो दुनिया है आख़िर कोई मुकम्मल फलसफा नहीं हर वक्त सबक यह देती है पर वक्त कभी भी रुका नहीं ।। मिले कामयाबी हर बार तुम्हें