पर मुझे क्या पता था। कि वो बेवफा है! जो मुझसे खफा है!! हम तो यूँ ही खड़े थे इंतजार मे। दोस्तों से छुपाये हुए, एकतरफ़ा प्यार में।। उसकी ये मासूमियत, ये भोलापन। उफ़्फ़... और हमें क्या मिला, सिर्फ अकेलापन सिर्फ अकेलापन।। कभी हिम्मत भी नहीं जुटा पाया एक बार को। कि कभी मौका मिले तो, बयां करू अपने प्यार को।। कभी फुर्सत हो तो पूछ लेना, मेरा भी हाल कभी। अब तो यारो ने भी बुलाना शुरू कर दिया है , #देवदास कवि तन्हाई #poetry # Nojoto Nojoto News