ये हूँ मैं कुछ सुलझी कुछ अनसुलझी कुछ कही कुछ अनकही कुछ अपनी कुछ परायी कुछ मुस्काती तो कुछ उदास ख़ुद को तलाशती मैं ये मैं ही तो हूँ ❤प्रतियोगिता-583❤ 👍🏻चित्र प्रतियोगिता - 166👍🏻 🤗आज की चित्र प्रतियोगिता के अंतर्गत आपको चित्र को ध्यान में रखते हुए लिखना है I ध्यान रहे कि शब्द सीमा चित्र के ऊपर ही अंकित हो सके उतनी रहे I🤗 🌟 पहले सावधानी पूर्वक "CAPTION" पढ़ें और दी हुई चुनौती को ध्यान में रखते हुए अपने ख़ूबसूरत शब्दों एवं भावों के साथ अपने एहसास कहें।