आगाज दोस्ती का फिर से मुकम्मल करू पुराने जख्मों का निशा क्या है ,सियासत सीख रहा हूं उनके दरमियां के वरना "बेदर्दी "अपनी विषाद ही क्या है ! अपनी विषाद क्या है.... #shadesoflife