Nojoto: Largest Storytelling Platform

इश्क़ जिनको है अपने वतन से वो युहीं सिर कटाते रहेंग

इश्क़ जिनको है अपने वतन से
वो युहीं सिर कटाते रहेंगे।
शम्मा महफ़िल में जलती रहेगी
उड़ पतंगे भी आते रहेंगे।— % & मेवाड़ के राजा राजसिंह और चारूमती के विवाह में औरंगजेब ने बाधा डालने की कोशिश की तब उन्होंने सरदार रतन सिंह जो कि उदयपुर सलूम्बर के सरदार थे को युद्ध में जाने का आदेश दिया।अभी उनके विवाह को सप्ताह भर भी नहीं हुआ था लेकिन वे लड़ने के लिए जा रहे थे इसलिए पत्नी के पास सेवक भेजकर कोई निशानी लाने को कहा जब चौहान वंश की एक नवविवाहित कन्या जिसके हाथों की मेहंदी और पैरों का महावर अभी फीका भी नहीं हुआ था ने यह सुना तो सोचा कि कहीं मेरे मोह में आकर रतन सिंह युद्ध से विमुख न हो जायें।इसलिए 'सहल कंवर' ने अपना सिर काट कर थाली में रखा और निशानी के तौर पर भिजवाया। धन्य है ऐसी नारी कोटि कोटि नमन करते हैं।
( 1653 ई. से 1680 ई. )
-----------------------------------
💐💐💐💐💐💐💐💐💐💐💐
#पाठकपुराण #राजस्थान_के_इतिहास_की_झलकियाँ_1 #yqdidi #राजस्थान #हाडी_रानी #yqhindi
इश्क़ जिनको है अपने वतन से
वो युहीं सिर कटाते रहेंगे।
शम्मा महफ़िल में जलती रहेगी
उड़ पतंगे भी आते रहेंगे।— % & मेवाड़ के राजा राजसिंह और चारूमती के विवाह में औरंगजेब ने बाधा डालने की कोशिश की तब उन्होंने सरदार रतन सिंह जो कि उदयपुर सलूम्बर के सरदार थे को युद्ध में जाने का आदेश दिया।अभी उनके विवाह को सप्ताह भर भी नहीं हुआ था लेकिन वे लड़ने के लिए जा रहे थे इसलिए पत्नी के पास सेवक भेजकर कोई निशानी लाने को कहा जब चौहान वंश की एक नवविवाहित कन्या जिसके हाथों की मेहंदी और पैरों का महावर अभी फीका भी नहीं हुआ था ने यह सुना तो सोचा कि कहीं मेरे मोह में आकर रतन सिंह युद्ध से विमुख न हो जायें।इसलिए 'सहल कंवर' ने अपना सिर काट कर थाली में रखा और निशानी के तौर पर भिजवाया। धन्य है ऐसी नारी कोटि कोटि नमन करते हैं।
( 1653 ई. से 1680 ई. )
-----------------------------------
💐💐💐💐💐💐💐💐💐💐💐
#पाठकपुराण #राजस्थान_के_इतिहास_की_झलकियाँ_1 #yqdidi #राजस्थान #हाडी_रानी #yqhindi