एक जमाना था जब break में भी class में रुकने का बहाना था, कुछ थे जो किताबों में घुशे रहते थे, उन्हें class में सिर्फ बोर्ड दिखाई देता था, वही हम थे last bench के last benchers, जो कभी कभी किताब खोलते थे, और हमे किताबों में भी उनका ही चेहरा दिखाई देता था, कभी एक नजर बोर्ड की तरफ देखते और एक नजर उनकी तरफ, और एक यारों का याराना था, वो रिश्ता कुछ खाश था जो शायद वो काफी पुराना था. By_Kartik_chaudhary #यार_पुराने #the_lastbenchers