White हाल-ए-दिल कुछ ऐसा है, खुशी में खुशी नहीं, खुद-खुशी में खुशी ढूंढ रहे हैं हम। सांसें चल रही हैं, पर ज़िंदा कहां हैं, हर खुशी अधूरी, हर ग़म बेमजा है। चमकते चांद की रोशनी फीकी लगती, सितारों के मेले में भी तन्हा हैं हम। आंसू का हर कतरा, एक किस्सा सुनाए, दिल के वीराने में दर्द गूंजे जाए। हंसी की चादर ओढ़कर चलते रहे, पर अंदर का सन्नाटा कोई समझ न पाए। कुछ खो दिया है, शायद खुद को ही, आईने में तस्वीर जानी-पहचानी सी नहीं। खुद से खुद का राब्ता टूट सा गया है, दर्द के समंदर में सुकून ढूंढ रहे हैं हम। खुदा से एक सवाल, एक जवाब चाहिए, क्या ये सफर कभी सुकून तक जाएगा? या ये दिल का हाल बस यूं ही रहेगा, हर खुशी में भी एक खालीपन रहेगा। ©Naveen Dutt | Soulfulverse "खुशियों के मेले में तन्हाई का सफर... क्या कभी ये दिल सुकून पाएगा?" #DilKeJazbaat #EmotionalThoughts #InnerPeace #SadReality #PoetryOfSoul #Loneliness #Heartfelt #LifeJourney