विपरीत दिशा जब भी तुम शिखर पर होगी, हवाएँ विपरीत दिशा में चलेंगी, पर मेरी लाडली..! तू हिम्मत ना हराना क्यूँ कि.. सबसे पहले उन्हीं के पाँव में बेड़ियाँ डालने की युक्ति लगाई जाती है जिनके कदम आगे बढ़ने को आतुर होते हैं ..! तू बस अपने लक्ष्य की ओर बढ़े चलना, तुम्हारे दृढ़ संकल्प के समक्ष इनकी ये कोशिशे अदना से नज़र आयेंगी तुमको तुम बस बढ़े जाना, बढ़े जाना..!! शिप्रा पाण्डेय 'जागृति' ©Kshipra Pandey #विपरीत दिशा #WForWriters विपरीत दिशा