सरे महफ़िल अगर तौहीन ए मोहब्बत होगी, अगर ना होगी इनायत तो शिकायत होगी। दीवाना चल पड़ा कहता हुआ शहरा की तरफ़, अगर वो सामने होंगे तो इबादत होगी॥ ©Rizwan Ahamad Faizi सरे #महफ़िल अगर #तौहीन ए #मोहब्बत होगी, अगर ना होगी #इनायत तो #शिकायत होगी। #दीवाना चल पड़ा कहता हुआ शहरा की तरफ़, अगर वो सामने होंगे तो इबादत होगी॥ #Rizwan_Ahamad_Faizi