यूं ही तो दिल किसी का पत्थर नहीं होता, हर शख़्स रंज-ओ-ग़म का सुख़नवर नहीं होता। महसूस करके देखो ये पेड़ न कटता तो, इक बेज़ुबां परिंदा बेघर नहीं होता। #aliem #dil #patthar #ranj_o_gham #sukhanwar #bezubaan #parinda #beghar सुख़नवर - poet, eloquent