Nojoto: Largest Storytelling Platform

कल और कल के बीच का फासला हूँ मैं , हर दिन इस फ़ासले

कल और कल के बीच का फासला हूँ मैं ,
हर दिन इस फ़ासले को जीने का, फैसला हूँ मैं,
आज नहीं जी पाये, कल फिर एक मौका हूँ मैं ,
कल फिर एक मौका हूँ मैं ।

©अनुभव पंडित जी
  #akela #शायरी #फासला #फैसला #प्यार #प्यार_का_एहसास

akela शायरी फासला फैसला प्यार प्यार_का_एहसास

27 Views